नाटक...

उपन्यास पर आधारित नाटक "सावंत आंटी की लड़कियाँ" प्रस्तुत

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज फॉर वूमेन, दिल्ली विश्वविद्यालय की नाट्य संस्थान नवरंग ने संदीप रावत द्वारा डिजाइन और निर्देशित गीत चतुर्वेदी के उपन्यास पर आधारित नाटक "सावंत आंटी की लड़कियाँ" प्रस्तुत किया। सपनों की समाप्ति, लोगों को समाज द्वारा पूर्व निर्धारित मानदंडों से दबा दिया जाता है, घरेलू हिंसा, पुरुषवाद, भेदभाव आदि जैसे सामान्य रूप से समाज द्वारा सामना किए जाने वाले अन्याय और विभिन्न समस्याएं पर नाटक ने प्रकाश डाला।

इसने 1990 के दशक के संगीत, जीवन शैली को फिर से जीवंत किया। चॉल के जीवन का चित्रण, सपनों को पूरा करने की तलाश, बदलाव की जरूरत को समझना, आदि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर नाटक में महत्वपूर्ण दृश्य प्रस्तुत किए गए। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ी, विभिन्न युवा छात्र अभिनेताओं ने उल्लेखनीय भूमिकाओं सहित कई गहरे पहलुओं को उजागर जैसे कैसेट से सीडी में बदलाव, संगीत और शोर में फर्क समझने की जरूरत आदि।पुराने गीत, साथ बैठकर टीवी देखना, सरल जीवन और उसकी भावनाएं से संबंधित हर दृश्य का दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया।

नवरंग की टीम ने प्राचार्य प्रो. साधना शर्मा का कॉलेज में शिक्षा से लेकर कौशल विकास तक रंगमंच थियेटर नुकड़ नाटकों के लिए उनके सहयोग और मार्गदर्शन का धन्यवाद किया । नवरंग कन्वीनर की डॉ. आमना, डॉ. तुलिका, डॉ. विभा, डॉ. गतिकृष्ण, डॉ. जगपाल, निशा ने नाटक मंचन में अहम भूमिका निभाई।

Comments