श्री शनिदेव के जन्मोत्सव...

श्री शनिदेव के जन्मोत्सव पर हुई श्री शनिधाम मन्दिर में भस्माआरती 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित श्री सिद्ध शक्ति पीठ शनिधाम में बड़ी ही श्रद्धा से हुई महाआरती श्री श्री 1008 श्री शनिधाम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी निजस्वरूपानंदपुरी जी ।महाराज के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ 3 दिवसीय महानुष्ठान शनि जयंती की पूर्व संध्या पर बहुत से कार्यक्रम आयोजित किये गए जिसमे भजन संध्या, सामाजिक समरसता पर विशाल संत सम्मेलन जिसमे हजारों की संख्या में संत और भक्त मौजूद रहे संत सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए आनंद पीठाधीश्वर पुज्य आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द जी महाराज ने कहा कि शनि देव न्याय के देवता है जो मनुष्य इनकी पूजा पाठ करेंगा उस पर शनिदेव की कृपादृष्टि बनी रहती है कलयुग के देवता भी कहा जाता है इनको सब के कष्ट हरते है और विशेष कर इस मंदिर की महिमा बहुत ज्यादा है कि यहां पर जो भी भक्त पूजा पाठ तेलाभिषेक करता है उस की अवश्य मनोकामना पूरी होती है और ऐसी मान्यता भी हैकार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी जितेन्द्रा नंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि जैसा मैंने सुना था इस स्थान के बारे में उससे कई गुना यहा देखने को मिला यहां आकर एक विशेष शांति का अनुभव होता है और स्थान में बहुत शक्ति है यहां आने वाले हर भक्त को शांति का अनुभव जरूर होंगा इस अवसर पर इंडियन आइडिया के फेम् कलाकार श्री सवाई भट्ट ने अपने सूंदर भजनों से समा ही बांध लिए विषय कर शनिधाम वाले बाबा सुनलो मेरा फसाना पर तो भक्तो को जुमने पर मजबूर कर दिया वही राजस्थान के गजेंद्र राव और भाई हेमराज गोयल ने एक से बढ़कर एक शनिदेव की महिमा के भजन प्रस्तुत किये इस के बाद ठीक बारह बजे महाआरती शुरू हुए महाआरती पूज्य दाती जी महाराज ने की और साथ महामण्डलेश्वर, महंत, श्रीमहंत, सैकड़ो की संख्या में नागा सन्यासी तन पर भभूत लगाये शनिदेव के नारा के साथ चल रहें थे दाती जी महाराज ने दूध, दही, शहद, घी, शकरा और जल से महाभिषेक किया गया और 11 हजार लिटर सरसों के तेल से तेलाभिषेक किया गया।

साथ ही भस्म से भास्माभिषेक कर आरती की गई और भारत में सुख समृद्धि के प्रार्थना की गई अध्यक्षता आनंदपीठाधीश्वर, आचार्य महामण्डलेश्वर अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 स्वामी श्री बालकानंद गिरि जी महाराज, (श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा पंचायती पूज्य आचार्य जी) मुख्य अतिथि: स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज (महामंत्री: अखिल भारतीय संत समिति) संत सान्निध्य अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी शिवप्रेमानंद जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी शिवस्वरूपानंद जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर मौनी बाबा जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर दिव्यानंद सत्यार्थी जी महाराज।

अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर चित्प्रकाशानंद गिरी जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर भैयादास जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर नवलगिरी जी महाराज, अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर भैया जी महाराज (विजय दास जी), अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर डॉ आदित्यनंद जी महाराज राष्ट्रीय संत सेवा एंड गौ रक्षा कल्याण परिषद के श्रीमहंत माँ श्रद्धापुरी जी, श्रीमहंत माँ दयापुरी जी, दिल्ली के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी हरिओमगिरी जी महाराज, गाज़ियाबाद के अध्यक्ष श्रीमहंत कन्हिया गिरी जी महाराज, नॉएडा के अध्यक्ष श्रीमहंत धनराज गिरी जी महाराज, फरीदाबाद के अध्यक्ष महंत मुनिराज जी महाराज, श्री महंत दयाल पुरी जी महाराज, श्रीमहंत भोलागिरी जी महाराज, विजय गिरी जी महाराज, श्रीमहंत श्यामनाथ जी महाराज, महंत प्रेम गिरी जी महाराज, महंत कमलगिरी जी महाराज, महंत सुरजगिरी जी महाराज, महंत मुक्तानंद जी महाराज, योगी धनंजय, कोतवाल स्वामी गिरजानंद सरस्वती, महंत पुजागिरी जी महाराज पूर्व गृहमंत्री मध्य प्रदेश डॉ नरोत्तम मिश्रा, लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, मिर्ज़ापुर-सोनभद्र एमएलसी.. श्याम नारायन सिंह उर्फ विनीत सिंह, राव इन्द्रजीत सिंह समाजसेवी आदि पदाधिकारियों के साथ ही हजारों शनि भक्त, 250 नागा सन्यासी ने लेंगे भाग लिया वही पूरे दिन दर्शनों के लिए शनि भक्तो की लाइने लगी रही और देवाधिदेव शनिदेव का तेलाभिषेक पूजन पूरे दिन चलता रहा नियमित 5 टाइम आरतियां हुई संध्या कालीन 56 भोग के साथ आरती हुई मंदिर के सभी सेवादारों ने पूरे दिन देश के कौने कौने से पहुचे दर्शनाथियों के लिए शीतल जल पंखा कुल्लर की व्यवस्था की गई थी पूरे दिन भंडारे का भी आयोजन किया गया था।

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