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दिल्ली में 5,472 बुजुर्ग और विकलांग मतदाताओं ने इस चुनाव में घर पर मतदान का विकल्प चुना

बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार 

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) ने आज 2024 के लोकसभा चुनावों में वृद्ध मतदाताओं और विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के लिए सभी सात संसदीय क्षेत्रों में घर से मतदान सुविधा शुरू की है। यह सुविधा 24 मई तक जारी रहेगी जो लोकसभा चुनाव में पहली बार उपलब्ध कराई गई है। यह सुविधा 85वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए उपलब्ध है, जिससे उन्हें घर से ही मतदान करने का विकल्प मिल सकेगा।

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री पी. कृष्णमूर्ति ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि "वृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान की सुविधा प्रदान करके, हम उनके प्रति अपनी देखभाल और सम्मान व्यक्त करते हैं। हमारा लक्ष्य चुनावी प्रक्रिया को सभी के लिए सुलभ बनाना और अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।"

दिल्ली में 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और साथ ही दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) वर्ग के 5,472 मतदाताओं ने सफलतापूर्वक फॉर्म 12D भरा है, जिससे वे 2024 के लोकसभा चुनावों में घर से मतदान की सुविधा प्राप्त कर सकें। यदि वे मतदान केंद्र पर जाकर मतदान करना चुनते हैं, तो उनके लिए 8,000 स्वयंसेवक और 4,000 व्हीलचेयर मतदान स्थलों पर उपलब्ध किए गए हैं। घर से मतदान की प्रक्रिया के दौरान एक समर्पित टीम द्वारा मतदान प्रक्रिया कराई जाएगी जिसमें मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मी शामिल होंगे जो मतदान की गोपनीयता को भी सुनिश्चित करेंगे। 

इसके साथ निर्वाचन आयोग ने अधिक न्यायसंगत और प्रतिनिधित्वपूर्ण लोकतंत्र की दिशा में एक और निर्णायक कदम उठाया है, जहां शारीरिक सीमाओं या उम्र की परवाह किए बिना प्रत्येक नागरिक की भागीदारी मायने रखती है।

मतदान अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के साथ एक समर्पित टीम मतदाता के निवास पर जाकर उनके वोट एकत्र करेगी, जिसके लिए मतदाताओं को पहले से सूचित किया जाएगा ताकि वे तैयारी कर सकें। बीएलओ के पहले घर पहुंचने और निर्धारित घर पर मतदान के बारे में एसएमएस सूचनाएं सुविधा और सुलभता को और बढ़ाएंगी। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी।

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय की यह पहल एक अधिक समावेशी चुनावी माहौल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे बुजुर्ग नागरिकों और पीडब्ल्यूडी को सुरक्षित, गरिमामय और सुलभ तरीके से अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करने में सक्षम बनाया जा सके।

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