विश्व को युद्ध...

विश्व को युद्ध नहीं, बुद्ध की जरूरत हैं : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। देश के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के अधूरे सपने को साकार किए जाने के लिए आगामी 16 दिसंबर 2023 को मुंबई के रेसकोर्स स्तिथ महालक्ष्मी मैदान में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध धम्म परिषद का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में विश्व के 18 देशों के बौद्ध प्रतिनिधि भाग लेंगे और मुख्य अतिथि के रुप में बौद्ध धर्म के विश्व गुरु दलाई लामा जी उपस्थित रहेंगे। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री मा.रामदास आठवले ने कहा कि वर्तमान परिदृष्य में विश्व को युद्ध नहीं, बुद्ध की जरूरत है।

अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध धम्म परिषद के प्रमुख आयोजक एवं डॉ बाबासाहेब अंबेडकर धम्म परिषद के अध्यक्ष एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री मा .रामदास आठवले जी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने 14 अक्टूबर सन 1956 को नागपुर में लाखों लोग के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा लिया था ।बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी 16 दिसंबर 1956 को मुंबई के रेसकोर्स स्तिथ महालक्ष्मी मैदान में बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह आयोजित करने की योजना बनाई थी लेकिन बाबा साहब के महापरिनिर्वाण के चलते आयोजन हो नहीं पाया था ।बाबा साहब के अधूरे सपने को साकार करने के लिए आगामी 16 दिसंबर 2023 को अपराह्न 4 बजे विशाल बौद्ध धम्म परिषद का आयोजन किया जा रहा है ।

रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले)के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा.रामदास आठवले ने बताया कि तथागत महामानव गौतम बुद्ध जी के सत्य, अहिंसा, मानवता, करुणा के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित होने समारोह में चीन, अमेरिका, जापान, cवियतनाम, थाईलैंड, म्यामार, दक्षिण कोरिया, ताइवान, श्रीलंका , कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, नेपाल, रूस, बांग्लादेश, सिंगापुर सहित कई देश के प्रतिनिधी उपस्थित रहेंगे ।

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