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छोटे उद्यमों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को कर्ज देने वाली देने वाली प्रमुख डेटा टेक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) यू ग्रो कैपिटल और छोटे उद्यमों को आगे बढ़ाने में सहायता करने वाले सगंठन लघु उद्योग भारती ने आज छोटे और मझौले उद्योगों को सशक्त बनाने के लिए एक बदलाव अभियान प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत उद्यमों को सरकारी योजनाओं, डिजिटल कर्ज और आज के समय में सफलता के लिए जरूरी रणनीति बताई जाएगी।

देश की एमएसएमई लंबे समय से देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है। यह रोजगार के सृजन, औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने के साथ देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में अहम भूमिका निभा रही है। एमएसएमई के योगदान को किसी भी तरह से कमतर नहीं आंका जा सकता। देश के जीडीपी में उनकी खास हिस्सेदारी है। देश की गरीबी घटाने में वे खास भूमिका निभा रहीं हैं। हालांकि इस क्षेत्र के लिए कर्ज और वित्तीय संसाधन सबसे ज्यादा अहम हैं। यह साझेदारी देश में लघु उद्योगों में सकारात्मक बदलाव लाकर उन्हें आगे बढ़ने और सफल होने में खास भूमिका निभाएगी।

इस अभियान के तहत यू ग्रो कैपिटल लघु उद्योग भारती के साथ मिलकर देश के 100 छोटे मार्केट में सेमिनार, वर्कशॉप और अन्य कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रारंभ करेगा। इन कार्यक्रमों में कंपनी लघु उद्योग भारती से जुड़े छोटे उद्यमों के नेटवर्क को सशक्त और कारोबार के बदलते नए तौर तरीकों से शिक्षित करेगा।

इस साझेदारी पर लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय महामंत्री ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा, लघु उद्योग भारती देश में हमेशा छोटे उद्यमों की मदद और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध संगठन है। इससे रोजगार बढ़ाने और स्थाई विकास हासिल करने में मदद मिलती है। यू ग्रो कैपिटल के साथ संस्था की साझेदारी इसी मकसद को पूरा करेगी। इससे एमएसएमई को बाजार में मौजूद संभावनाओं के दोहन में मदद मिलेगी। 

 इस साझेदारी से उत्साहित यू ग्रो कैपिटल के वाइस चेयरमैन और एमडी शचिंद्रनाथ ने कहा, हमारा मिशन है कि हम देश में अगले तीन सालों में 10 लाख से ज्यादा छोटे उद्यमों की कर्ज की जरूरतों को पूरा करें। हमारा मानना है कि छोटे उद्योगों में सरकारी स्कीम और डिजिटल क्रेडिट को लेकर जागरूकता लाना और उन तक सही शिक्षा पहुंचाना इनकी सफलता और विकास के लिए बेहद अहम है। कंपनी देश में लगातार विस्तार कर रही है।

इसके तहत वह जारी वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक 175 स्थानों तक अपनी पहुंच बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि कंपनी का मानना है कि छोटे उद्योगों को देश की औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सेदार बनने के फायदे और डिजिटलाइजेशन की जरूरत के बारे में शिक्षित किए जाने की बड़ी जरूरत है। लघु उद्योग भारती के साथ साझेदारी से कंपनी को एमएसएमई तक पहुंचकर उन्हें शिक्षित और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। हम उद्यमों को वे जानकारियां देंगे जो उन्हें बाजार में उपलब्ध क्रेडिट सॉल्यूशन का फायदा लेने के लिए तैयार करेंगी।

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