खालसा पंथ...

खालसा पंथ में शोक का कोई स्थान नहीं : परमजीत सिंह सरना

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष व दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा है कि खालसा पंथ में शोक का कोई स्थान नहीं है। छोटे साहिबजादों की शहादत अद्वितिय है इसलिए सिख समुदाय की भावनाओं और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को छोटे साहिबज़ादों की शहादत पर शोक मनाने का फैसला वापस लेना चाहिए।

यहां जारी एक बयान में सरदार सरना ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को किसी विद्वान एवं बुद्धिमान व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि सिख समुदाय छोटे साहिबज़ादों की शहादत सदैव नगाड़ों व चढ़दीकला के जयकारों की गूंज के साथ मनाता आया है और सदैव मनाता रहेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार शहीदी दिवस को वीर बल दिवस कहकर मना रही है तो दूसरी तरफ पंजाब सरकार शोक की घोषणा कर छोटे साहिबज़ादों की शहादत के अर्थ बदलना चाहती है जबकि गुरु साहिब ने खालसा पंथ को शोक मनाने से मना किया है। शहादत हमारे लिए शोक नहीं, आदर्श जीवन की पराकाष्ठा है।

सरदार सरना ने कि हर बार सिख सिद्धांतों के खिलाफ जाने की पंजाब के मुख्यमंत्री की ज़िद्द ठीक नहीं। इसलिए शोक का यह फैसला तुरंत वापिस लेना चाहिए क्योंकि सिख समुदाय कभी भी इस तरह के सांसारिक और ओच्छे कार्यों को स्वीकार नहीं करता है व ऐसी शहादतें अत्याचार के खिलाफ डट कर खड़े होने का संदेश देती हैं।

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