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इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर - भारत के हैण्ड एवं पावर टूल उद्योग का 2023 में बेहतरीन प्रदर्शन 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर इंडिया (एचआईएफ इंडिया) की नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भव्य शुरूआत हुई, इसी के साथ भारत में हार्डवेयर उद्योग का नया दौर शुरू हुआ है। कोलन्मैस्से प्रा. लिमिटेड द्वारा आयोजित पहला संस्कण दुनिया की सबसे बड़ी हार्डवेयर टूल एवं एक्सेसरी प्रदर्शनी है, जो हार्डवेयर उद्योग को नई गति प्रदान करेगी। 

इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर इंडिया हार्डवेयर कमयुनिटी के लिए महत्वपूर्ण आयोजन है। उद्योग जगत के दिग्गज, अग्रणी निर्माता, खरीददार, नीतिनिर्माता और हितधारक इस प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रदर्शनी ने पूरे हार्डवेयर समुदाय को पेशेवर मंच उपलब्ध कराया है। 200 से अधिक इंटरनेशनल प्रदर्शकों और 7000 से अधिक खरीददारों के साथ आईएचएफ दुनिया भर से आधुनिक प्रोडक्ट्स और समाधान लेकर आया है। भारत, ताईवान, जर्मनी, चीन, तुर्की, कोरिया सहित विभिन्न देशों के प्रतिभागी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। 

भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन, श्री आर के राय, डायरेक्टर- ऑफिस ऑफ डेवलपमेन्ट कमिश्नर, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, श्री अरूण कुमार, गरोडिया, चेयरमैन, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउन्सिल ऑफ इंडिया और श्री मिलिंद दीक्षित- मैनेजिंग डायरेक्टर, कोलनमैस्से प्रा. लिमिटेड तथा उद्योग जगत के अन्य दिग्गजों की मौजूदगी में किया गया। 

श्री मिलिंद दीक्षित, मैनेजिंग डायरेक्टर, कोलनमैस्से प्रा. लिमिटेड ने कहा ‘‘भारत ने 2030तक मैनुफैक्चरिंग सेक्टर को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है; यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि आर्थिक विकास एवं ओद्यौगिक प्रगति की दिशा में देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सेक्टर 2020 से 2030 के बीच 11 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ेगा। हैण्ड टूल्स एवं पावर टूल्स इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। निर्माण उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद अक्सर हैण्ड टूल्स की अनदेखी की जाती है। हर सेक्टर में कच्चे काल का रूपान्तरण टूल्स द्वारा की गई कारीगरी पर निर्भर करता है, ऐसेमें टूल्स किसी भी उद्योग क विकास में उल्लेखनीय योगदान देते हैं।’’

भारत के मैनुफैक्चरिंग सेक्टर के बारे में बात करते हुए श्री आर के राय, डायरेक्टर, ऑफिस ऑफ डेवलपमेन्ट कमिशनर मिनिस्ट्री ऑफ एसएमई ने कहा, ‘‘2022 में हैण्ड टूल्स का बाज़ार 342.8 मिलियन डॉलर था जिसके 4.3 फीसदी की दर से बढ़कर 2029 तक 416.2 मिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। भारत एशिया-पेसिफिक हैण्ड टूल मार्केट में चीन का मुकाबला करने के लिए तैयार है। इसके अलावा इंडस्ट्रियल फास्टनर्स का बाज़ार 2018 के बाद से 9.6 फीसदी की दर से बढ़कर 2023 में रु 460 मिलियन तक पहुंच जाएगा। भारत का हार्डवेयर और बिल्डिंग 

मटीरियल मार्केट लगातार विकसित हो रहा है और उम्मीद है कि यह दुनिया भर में 1.68 फीसदी की दर से बढ़ते हुए विश्वस्तरीय निर्यात में 1.2 फीसदी योगदान देगा। सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल ने भी खासतौर पर एमएसएमई सेक्टर में निर्माण के मानकों को उपर उठाने का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में हमें विश्वास है कि आईएचएफ इंडिया 2023 भारत के हार्डवेयर सेक्टर के उज्जवल भविष्य के निर्माण में योगदान देगा।’’ 

श्री अरूण कुमार गरोडिया, चेयरमैन, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउन्सिल ने 2030 तक मर्चेन्डाइज़ एक्सपोर्ट को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों पर ज़ोर दिया। विश्वस्तरीय चुनौतियों जैसे महामारी और भोगौलिक राजनैतिक उथल-पुथल के बाजवूद मूडीज़ प्रोजेक्ट इंडिया 2023 5.5 फीसदी की दर से विकसित हो रहा है, जो जी20 देशों में अधिकतम है। भारतीय इंजीनियरिंग सेक्टर, खासतौर पर हार्डवेयर उद्योग तेज़ी से विकसित हो रहा है और देश के विकास एवं निर्माण क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। हार्डवेयर प्रोडक्ट्स की मांग दुनिया भर में बढ़ रही है, भारत हार्डवेयर निमा्रण उद्योग में ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है। हमें उम्मीद है कि आईएचएफ इंडिया 2023 उद्योग जगत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा और हार्डवेयर उद्योग में भारत को ग्लोबल पावरहाउस के रूप में स्थापित करेगा।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सेगमेन्ट्स पर ध्यान दिय गया जैसे बिल्डिंग मटीरियर हार्डवेयर, ऑटोमोटिव सप्लायर, एक्सेसरीज़, आधुनिक कटिंग एवं वेल्डिंग उपकरण, प्रीमियम हैण्ड टूल, पावर टूल, स्पेशलटी टूल, निर्माण एवं बुनियादी सुविधाएं, ऑओोबाइल/ ऑटोमोबाइल सर्विस, वुडवर्किंग और फर्नीचर, बागवानी, एबरेसिव। प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले मुख्य प्रदर्शकों में शामिल है एच आर इंटरनेशनल, कार्बोरंडम युनिवर्सल लिमिटेड, पावरटेक्स टूल्स कंपनी प्रा. लिमिटेड, डीपी गर्ग एण्ड, कंपनी प्रा. लिमिटेड, एफएमआई लिमिटेड आदि।

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