मनजिंदर सिंह सिरसा को धार्मिक सज़ा लगाएं : सरना
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के खातों के माध्यम से बड़े स्तर पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मनजिंदर सिंह सिरसा की कथित संलिप्तता की वायरल वीडियो के बाद शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से पंथक मर्यादानुसार धार्मिक सज़ा लगाने की अपील की है। सरदार सरना ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान के तौर पर मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के खातों के जरिए 10,000 करोड़ रुपये की रिश्वत के गंभीर आरोपों की प्रवर्तन निदेशालय से तत्काल जांच की मांग भी की।
सरदार सरना ने लिंक शेयर करते हुए कहा कि सिरसा के वित्तीय अपराधों की पृष्ठभूमि को देखते हुए, ये आरोप विश्वसनीय लगते हैं कि उन्होंने गुरु घर के पैसे का गलत इस्तेमाल किया जो कि सबसे बड़ा अपराध है। हम श्री अकाल तख्त साहिब से इस पर तुरंत संज्ञान लेने की अपील करते हैं तथा पंथक मर्यादानुसार सख्त कार्रवाई की अपील करते हैं ताकि भविष्य में कोई इस तरह का घिनौना कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।
सरना ने आगे कहा कि ईडी तुरंत मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत इन आरोपों की जांच करे। यह कोई संयोग नहीं है कि सिरसा व उनके अधीनस्थ हरमीत सिंह कालका दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की पुस्तकों के डेलॉइट ऑडिट पर बैठे थे लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सीए रविंदर सिंह आहूजा ने कभी उन परिणामों को साझा किया इसलिए ई.डी द्वारा निष्पक्ष रूप से व्यापक स्तर पर इसकी जांच होनी चाहिए।
सरदार सरना ने कहा कि दिल्ली की सिख संगत सिरसा की हकीकत जानते हुए पिछले चुनाव में उन्हें नकार चुकी है इसलिए वह अपनी सीट भी नहीं बचा पाए, अब पूरी दुनिया में रहने वाले सिखों के सामने मनजिंदर सिंह सिरसा का असली चेहरा उजागर हो गया है, स्वयं को सबसे महान सिख नेता के तौर पर साबित करने का प्रयास करने वाले सिरसा अब समूचे पंथ के सामने गिर चुके हैं।
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