स्वच्छ उर्जा रूपान्तरण...

भारत में स्वच्छ उर्जा रूपान्तरण को बढ़ावा देने के लिए की महत्वपूर्ण साझेदारियां 

बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार 

नई दिल्ली। आज भारत में ग्लोबल एनर्जी अलायन्स फॉर पीपल एण्ड प्लेनेट (जीईएपीपी) ने विशेष साझेदारी की घोषणा की, जिसका उद्देश्य 2047 तक उर्जा की दृष्टि से आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत के महत्वाकांक्षी मिशन को समर्थन प्रदान करना है। जीईएपीपी भारतीय रेलवे के साथ साझेदारी में परिवहन के सौर रूपान्तरण के लिए काम करेगी, अशोका युनिवर्सिटी को नीति निर्माताओं के लिए जानकारीपूर्ण दस्तावेज एवं शोधपत्र विकसित करने के लिए तथा महात्मा फूले रीन्युएबल एनर्जी एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी लिमिटेड को व्यर्थ से उर्जा एवं कम्प्रेस्ड बायोगैस मार्केट के लिए तैयार होने हेतु सहयोग प्रदान करेगी।

जीईएपीपी ने इंटरनेशनल एनर्जी ट्रांज़िशन्स इनोवेशन चैलेंज (म्छज्प्ब्म्) की घोषणा भी की है, यह पहल उर्जा रूपान्तरण पर ध्यान केन्द्रित करने वाले उद्यमियों को सहयोग प्रदान करेगी और उर्जा रूपान्तरण से जुड़े विचारों एवं समाधानों का पैमाना बढ़ाने में योगदान देगी। जीईएपीपी भारत में ई-बस समाधानों के विकास द्वारा स्वच्छ परिवहन तथा सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।

भारत में जीईएपीपी की महत्वाकांक्षाओं की घोषणा करते हुए रवि वेंकटेसन, चेयरमैन, ग्लोबल एनर्जी अलायन्स फॉर पीपल एण्ड प्लेनेट (जीईएपीपी) ने कहा, ‘‘जीईएपीपी एक अनूठा मल्टी-पार्टनर व्हीकल है जो ऐसी रूपान्तरकारी परियोजनाओं के विकास पर काम करता है, जो उभरती अर्थव्यवस्थाओं में एक समान उर्जा रूपान्तरण को सुनिश्चित कर सकें। सामरिक साझेदारियों एवं आधुनिक समाधानों के माध्यम से जीईएपीपी भारत के उर्जा क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। हमारा म्छज्प्ब्म् प्रोग्राम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है ताकि स्टार्टअप्स को मुख्य धारा में लाया जा सके और उद्यमियों की महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने में सहयोग दिया जा सके, इससे भारत विश्वस्तरीय समस्याओं को हल करने में योगदान दे सकेगा।’’

देश में जीईएपीपी के दृष्टिकोण पर बात करते हुए पीके सिन्हा, नॉन-एक्ज़क्टिव, कंट्री अडवाइज़र- भारत, ग्लोबल एनर्जी अलायन्स फॉर पीपल एण्ड प्लेनेट ने कहा, ‘‘भारत अपने स्थायित्व के लक्ष्यों की ओर निरंतर बढ़ रहा है और जीईएपीपी उर्जा रूपान्तरण को सहयोग प्रदान करने हेतू तत्पर है। मुझे खुशी है कि हमें भारत की इस यात्रा के साथ जुड़ने का मौका मिला है। हम स्वच्छ एवं स्थायी उर्जा के भविष्य को हासिल करना चाहते हैं और इस दिशा में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।’’

जीईएपीपी इंडिया के प्रमुख सौरभ कुमार ने कहा, ‘‘भारत का तीव्र तकनीकी विकास और उभरते इनोवेशन असंख्य अवसर उपलब्ध करा रहे हैं। जीईएपीपी आपसी सहयोग के द्वारा इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी उत्साही टीम, साझेदारियों और आधुनिक तकनीक के साथ हम उद्योगों में बदलाव लाकर देश के स्थायी विकास को बढ़ावा देना चाहते हैं।’’

भारत में जीईएपीपी उर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के सरकार के मिशन में सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है, ताकि स्थायित्व के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके। सरकारी एजेन्सियों, निजी क्षेत्र की कंपनियों और स्थानीय समुदायों के साथ साझेदारी के माध्यम से जीईएपीपी भारत के उर्जा रूपान्तरण तथा महत्वाकांक्षी जलवायु एवं सतत विकास लक्ष्यों में सहयोग प्रदान करने के लिए कार्यरत है। 

ग्लोबल एनर्जी अलायन्स फॉर पीपल एण्ड प्लेनेट के बारे मेंः ग्लोबल एनर्जी अलायन्स फॉर पीपल एण्ड प्लेनेट परोपकारिता, विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की सरकारों, तकनीक, नीति एवं फाइनैंसिंग पार्टनर्स का संघ है। हमारा उद्देश्य स्वच्छ उर्जा एवं विकास के ऐसे मॉडल को बढ़ावा देना है जो उर्जा को युनिवर्सल रूप से सुलभ बनाएं और और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देकर अगले दशक में जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को हासिल करने में योगदान दें। एक अलायन्स के रूप में हमने कार्बन उत्सर्जन को 4 गीगाटन तक कम करने, स्वच्छ उर्जा को एक बिलियन तक पहुंचाने और 150 मिलियन नई नौकरियां सृजित करने का लक्ष्य तय किया है। फाउन्डेशन, रॉकफेलर फाउन्डेशन, बेज़ोस अर्थ फंड जैसे साझेदारों के सहयोग से जीईएपीपी निजी सेक्टर के लिए अनुकूल वातावरण बनाने, इनोवेशन एवं उद्यमिता के माध्यम से नए बिज़नेस मॉडल्स के विकास तथा रूपान्तरण समाधानों को बढ़ावा देने हेतु कार्यरत है।

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