महिला आरक्षण की माँग का बिल लोकसभा में पास हो : सीमा मालिक
कुलवंत कौर, संवाददाता
नई दिल्ली। बीआरएस एमएलसी के कविता की अगुवाई में जंतर मंतर पर महिला आरक्षण विधेयक की मांग को लेकर एक दिन की देश की 12विपक्षी पार्टियों के साथ भूख हड़ताल कर जबरजस्त तरीके से मांग की। प्रमुख रूप से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सैकड़ों महिलाए के साथ शामिल हुई । भूख हड़ताल में एनसीपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीमा मलिक ने इस मौके पर बोलते कहा कि देश की आधी आबादी को उसका हक जरूर मिलना चाहिए। कई सालों से यह बिल अटका पड़ा है। केद्र सरकार से 13 मार्च से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश कराने के लिए एक जुट होकर मांग करनी चाहिए और मुझे उम्मीद है कि सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ खड़ी होंगी।
1996 में सबसे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री देवेगौड़ा की सरकार में महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया था। उसके बाद 2010 में जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तब यह बिल राज्यसभा में पास हो गया था लेकिन लोकसभा में पास नहीं हो पाया और अब 2023 में सभी राजनीतिक दलों को इसे लेकर एक मंच पर आना चाहिए।
डॉ. सीमा मलिक ने जंतर-मंतर पर बोलते हुए कहा कि एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हमारे नेता आदरणीय शरद पवार साहेब शुरुआत से ही महिला आरक्षण के जबरदस्त पैरोकारी कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहते हुए सबसे पहले उन्होंने स्थानीय निकाय में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिया। ऐसे में अगर यह बिल संसद में आता है तो एनसीपी महिला आरक्षण विधेयक का पुरजोर समर्थन करेगी।
उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री भी चाहते हैं, बिल पास हो लेकिन गत आठ सालों से क्यों नही लाया गया। ऐसे में डॉक्टर सीमा मलिक ने सभी दलों से गुजारिश की कि महिला आरक्षण के नाम पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर एक मंच पर आना चाहिए और इस सत्र में इस विधेयक को पास करवाना चाहिए।
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