हार्टफुलनेस योग...

हार्टफुलनेस योग महोत्सव के दूसरे चरण का अभियान 'हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान' नोएडा में आयोजित किया गया 

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नोएडा। हार्टफुलनेस द्वारा संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से 17-19 मार्च के बीच नोएडा के हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर में 'हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान' नामक तीन दिवसीय योग महोत्सव अभियान का आयोजन किया गया। यह हार्टफुलनेस के योग अभियान का दूसरा चरण है जिसे भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों को चिह्नित करते हुए पूरे भारत के शहरों और कस्बों तक पहुँचना है। अभियान का उद्देश्य शिक्षकों, शिक्षाविदों, छात्रों और सरकारी निकायों के बीच योग और ध्यान के लाभों को बढ़ावा देना है। गौतम बुद्ध नगर जिले के सांसद डॉ. महेश शर्मा और दादरी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक तेजपाल सिंह नागर  समापन समारोह में मुख्य अतिथि थे, जबकि हार्टफुलनेस दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के समन्वयक वी श्रीनिवासन सरकार तथा शिक्षा क्षेत्र के अन्य अधिकारियों और हार्टफुलनेस संस्थान के सदस्यों के साथ उपस्थित थे।  

अभियान के दूसरे चरण के तीनों दिन तीन विषयों के आसपास केंद्रित थे,  1- चिंता 2- उच्च रक्तचाप और 3- प्रतिरक्षा| लगभग 500 प्रतिभागियों के लिए व्यवस्था की गई थी। 15 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति शामिल होने के लिए पात्र था। बुजुर्गों या जिन्हें बीमारियाँ हैं, उनके बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था थी। तीन दिवसीय कार्यक्रम 17 एवं 18 मार्च को (पहले और दूसरे दिन) शाम 4 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच रखा गया और तीसरे दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बीच अंतिम सत्र के साथ समाप्त हुआ। प्रत्येक योग सत्र के बाद 'प्राणाहुति' के साथ हार्टफुलनेस ध्यान किया गया। भागीदारी नि:शुल्क थी। प्रतिभागियों को विभिन्न आसन, मुद्राएँ और प्राणायाम सीखे गए| हार्टफुलनेस पोलैरिटी हीलिंग पर एक विशेष सत्र भी इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था। 

गौतम बुद्ध नगर जिले के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा, "हार्टफुलनेस चेतना तक पहुँचने के लिए अपने आसान तरीके से लोगों की जीवन में रूपांतरण ला रहा है। इतने सारे लोगों द्वारा योग और ध्यान को जीवन के आवश्यक अंग के रूप में अपनाते हुए देखना दिल को छू लेने वाला है। इसे स्वस्थ मन और शरीर के लिए हमारी दिनचर्या का एक अविभाज्य हिस्सा बनाया जाना चाहिए। एक स्वस्थ शरीर ही एक स्वस्थ मन को आश्रय दे सकता है, और एक स्वस्थ मन ही स्वस्थ विचारों को आश्रय दे सकता है। छात्रों को ध्यान के लिए प्रेरित करने में शिक्षकों की भी बड़ी भूमिका होती है, इसलिए इस अभियान में उनकी भागीदारी सराहनीय है। यह उन सभी सरकारी अधिकारियों के लिए भी उपयोगी है जो समग्र जन-कल्याण के लिए आवश्यक साधन साथ ले जाने के उद्देश्य से आए थे। 

दादरी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक तेजपाल सिंह नागर ने कहा, "ध्यान मानव चेतना के विकास में मदद करता है, लेकिन इसके लिए हमें एक स्वस्थ शरीर की भी आवश्यकता है। योग केवल तंदुरुस्त रहने के लिए लिए ही नहीं है, बल्कि मानसिक रूप से केंद्रित होने के लिए भी है। अतएव हम सभी के लिए मन के आंतरिक संतुलन की स्थिति तक पहुँचने का यह एक सुंदर अवसर है। 

हार्टफुलनेस मेडिटेशन वर्ल्डवाइड के मार्गदर्शक श्री कमलेश पटेल 'दाजी' के अनुसार, "लोगों को यह समझने की जरूरत है कि योग केवल शारीरिक व्यायाम का एक रूप ही नहीं है। योग का एक गहरा उद्देश्य है। यह आध्यात्मिक अखंडता में मदद करता है। ध्यान के साथ योग उस संतुलन को प्राप्त करने में मदद करता है जो आपको सर्वोच्च से जुड़े रहते हुए ही भौतिक दुनिया से गुजरने में भी मदद करेगा। हमारा उद्देश्य इस पर अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना और दुनिया भर के लाखों लोगों के जीवन तक पहुँचते हुए उन्हें बेहतर अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और एक उद्देश्यपूर्ण, सार्थक और पूर्ण संतुलित जीवन जीने में मदद करना है| 

यह अभियान जल्द ही अपनी यात्रा के तीसरे चरण में होगा और स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, निगमों और सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों और चिकित्सा प्रतिष्ठानों, गाँवों और स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य सामुदायिक स्थानों में आयोजित किया जाएगा। अभियान का विस्तार सशस्त्र बलों, अर्ध सैन्य बलों, पुलिस बलों और आईसीसीआर के सभी सांस्कृतिक केंद्रों तक भी किया जाएगा। 

हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। ये सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों के लिए उपयुक्त हैं, जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है। हार्टफुलनेस अभ्यासों में प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है, और 100,000 से अधिक अधिकारी कर्मचारी दुनिया भर में कॉर्पोरेट निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों में ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा संचालन किया जाता है।  


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