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गोल्ड प्लस ग्लास, अंतराष्ट्रीय बाजार में तीसरी बड़ी इंडेस्ट्रीज : विवेक दुबे

बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार 

नई दिल्ली। वर्षों से गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री लिमिटेड मूल्य वर्धित ग्लास सेगमेंट पर अधिक ध्यान दे रहा है और यह कम समय में मूल्य वर्धित ग्लास सेगमेंट का एक प्रमुख नाम बन चुका है। इसी का परिणाम है कि मूल्य वर्धित फ्लोट ग्लास सेगमेंट में इसका हिस्सा वित्त वर्ष 2019 में अनुमानित लगभग 3% से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में लगभग 30% हो गया है (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट)। आमतौर पर, मूल्य वर्धित ग्लास में क्लियर ग्लास की तुलना में बेहतर मूल्य प्राप्ति होती है ।दिल्ली के प्रगति मैदान में लगे तीन दिवसीय ग्लास इंडस्ट्रीज मेले में अपने नए प्रॉडक्ट को गोल्ड प्लस ने लॉन्च किया।

ग्लास इंडस्ट्रीज लगातार ग्रोथ पर है , क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021 से 2026 के बीच भी, मूल्य वर्धित ग्लास सेगमेंट में मूल्य की दृष्टि से 17 -18% सीएजीआर के साथ तेजी से बढ़ने का अनुमान है, जबकि क्लियर ग्लास के लिए यह लगभग 15% सीएजीआर अनुमानित है। नतीजतन, मूल्य वर्धित ग्लास का हिस्सा वित्तीय वर्ष 2021 के 44% से लगभग 47% तक बढ़ने की उम्मीद है।

क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते प्रीमियमकरण से मूल्य वर्धित ग्लास की मांग बढ़ेगी, चूंकि उपयोगकर्ताओं की सुंदर और कार्यात्मक आवश्यकताओं के अनुरूप विशिष्ट संपत्तियों के साथ ग्लासेज की मांग हो रही है। प्रति व्यक्ति आय बढ़ने से  गांवो,शहरी और अर्ध - शहरी परिवारों के जीवन स्तर में वृद्धि हुई है। 

क्रिसिल की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कार्यालयों और मॉल सहित कॉमर्शियल रियल इस्टेट की वृद्धि को भवनऔर निर्माण खंड से हो रही मांग से गति मिलनी चाहिए। नतीजतन, भवन और निर्माण खंड का हिस्सा वित्तीय वर्ष 2021 से 2026 तक लगभग 82% से 83% तक बढ़ने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार मांग लगभग 12 -14% सीएजीआर बढ़नी चाहिए। 

विवेक दुबे, गोल्ड प्लस, ग्लास के सीओओ ने बताया कि ,गोल्ड प्लस इंडस्ट्री लिमिटेड वित्तीय वर्ष 2021 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा फ्लोट ग्लास निर्माता रहा है जिसका फ्लोट ग्लास की विनिर्माण क्षमता में 16% हिस्सा है। उन्होंने बताया कि अपने महत्वपूर्ण परिचालनों और मूल्य वर्धित ग्लास सेगमेंट पर जोर देने के कारण गोल्ड प्लस इंडस्ट्री लिमिटेड भारत की अग्रणी कंपनियों में से एक बन गया है, जिसकी मूल्य वर्धित ग्लास की बिक्री की मात्रा में 30% बाजार हिस्सेदारी और वित्तीय वर्ष 2021 में क्लियर ग्लास की बिक्री की मात्रा में 15% हिस्सेदारी है।

वही एक लोकेशन से क्लियर और मूल्य वर्धित ग्लास की व्यापक रेंज के निर्माण में सक्षम भारत के सिर्फ दो निर्माताओं में शामिल , गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री लिमिटेड वाणिज्यिक विनिर्माण और मॉल्स के खुलने के चलते मांग में होने वाली संभावित वृद्धि के अवसर का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। इसकी दोनों प्रोडक्शन लाइंस परिवर्तनीय हैं जो हमें कई प्रतिस्पर्धी लाभ प्रदान करती हैं।

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