सरस फूड फेस्टिवल...

10 नवंबर तक चलेगा सरस फूड फेस्टिवल, 17 राज्यों के उत्कृष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे लोग

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। आज गुरु पूरब के कारण छुट्टी होने के कारण दिल्ली वासियों ने अपने अपने परिवार के साथ सरस फूड फेस्टिवल में यहां विभिन्न राज्यों से लगे हुए स्टॉलों पर तमाम लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया। लोगों की भीड़ कूपन कॉउंटर पर भी लगी रही। ज्ञात हो कि अगर आप को यहां लगे काउंटर पर सामान खरीदने हैं तो आप को कूपन काउंटर से पहले कूपन लेने होंगे फिर आप वह कूपन यहां लगें सभी काउंटर से सामान खरीद सकते हैं। इस मौके पर मेले में मौजूद ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के सीएल कटारिया ने बताया कि  इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृतिव खान पान की झलक दिल्ली के हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में दिखाई दे रही है। सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 17 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे हैं बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रही हैं साथ ही वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रही हैं और उसका स्वाद भी चख रही हैं।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वैसे तो सरस का प्रबंधन और प्लानिंग सभी मेलों से सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है लेकिन फ़ूड फ़ेस्टिवल के सटीक मैनेजमेंट ने सभी मेलों को पीछे छोड़ते हुए पुनः रिकॉर्ड क़ायम किया है। एंबुलेंस, फ़ायर ब्रिगेड की गाड़ी सीसीटीवी कैमरे और रात दिन लगी अधिकारियों की टीम की बदौलत सरस ने अपना नंबर वन का मुक़ाम बरकरार रखा है। सरस फूड फेस्टिवल में जहां स्वाद और संस्कृति का संगम देखने को मिल रहा है वहीं, इन सभी को संगठित तरीके से बनाए रखने के लिए यहां प्रबंधन और प्लानिंग पर भी पूरा ध्यान दिया गया है। फेस्टिवल में किसी भी अनहोनी से निबटने के लिए अग्निशमन का व्यवस्था चौबीसों घंटों के लिए किया गया है। साथ ही यहां आप को हमेशा के लिए एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। 

ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 28 अक्टूबर 2022 से 10 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन पर सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है। ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं। 

खास हैं राज्यों के खानें

राजस्थान- दाल बाटी चूरमा,प्याज कचौरी, दाल कचौरी

हरियाणा- राजमा चावल, बाजरे की खिचड़ी, कढ़ी चावल

तेलंगाना-हैदराबाद दम बिरयानी, कबाब

ओडिसा- मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाई

अरुणाचल प्रदेश-स्पेशल बैंबू राइस, चाऊमीन, बैंबू चिकन

महाराष्ट्र- पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरी

केरल-- मालाबार स्नैक, उतपम, कप्पा फिश कढी, नन्नारी शबरत, वनासुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमनएड्स

उत्तर प्रदेश--पराठा, रोल्स, कबाब।

असम- मशरूम मोमोज, स्टिकी स्ट्रीम राइस एंड मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर

पंजाब-- सरसो का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी

अरुणाचल प्रदेश--पाथेरकुलू, तंदूरी चिकन, आंध्रा चिकन, दम बिरयानी

गुजरात---ढोकला, दाल

उत्तराखंड--झंगर खीर, पिज्जा

गोआ-- गोन फिश कढी, प्रॉन फाइ, रोज ऑमलेट

महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाला है यह उत्सव 

यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण  का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है। 

मुफ्त है प्रवेश

सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा। इसमें लोग अपने परिवार के साथ आ सकते हैं।


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