दिल्ली भजनपुरा के विनय कुमार कुश ने रूस के माॅस्को में केएल-2 वर्ग में दो कांस्य पदक जीत फहराया अपनी जीत का परचंम
कुलवंत कौर, संवाददाता
राजधानी दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके के विनय कुमार कुश ने रूस मास्को में गुडविल कैनोइंग विश्व चैंपियनशिप में पैरा क्याकिंग केएल-2 वर्ग की 500 और 200 मीटर प्रतियोगिता में दो कांस्य पदक जीतकर दिल्ली का नाम रौशन कर दिया हैै। बता दें कि उन्होंने 500 मीटर की प्रतिस्पर्धा में गुरुवार को और 200 मीटर प्रतिस्पर्धा में शुक्रवार को कांस्य पदक जीता। यह प्रतियोगिता रूस के मास्को में आयोजित क्याकिंग एवं कैनोइंग गुडविल कप के अंतर्गत हो रही है। इस गुडविल कप का आयोजन रूस के मास्को शहर में डिर्पाटमेंट आॅफ स्पोर्ट्स ने आल-रूसी फेडरेशन आॅफ क्याकिंग और कैनोइंग के साथ मिल किया है। 14 अगस्त से आरंभ हुई इस प्रतियोगिता का समापन 18 अगस्त को होगा।
बाएं पैर में पोलियो से ग्रस्त दिव्यांग खिलाड़ी पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा में अपनी पत्नी और दो बेटियों और बेटे के साथ रहते हैं। उनके खेल की बात करें खेल करियर में उन्होंने अपनी शुरूआत निशानेबाजी से की थी, जिसमें उन्होंने राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में दो गोल्ड व दो सिल्वर पदक अपने नाम किए थे। लेकिन निशानेबाजी की खेल महंगा होने के कारण उन्होंने वाॅटर स्पोटर््स को चुना।
अब वे पिछले तीन वर्षों से दिल्ली की यमुना नदी के किनारे स्थित ‘सोनिया विहार वाॅटर स्पोटर््स क्लब के प्रमुख कोच मंजीत शेखावत से प्रशिक्षण पा रहे हैं। कोच मंजित के अनुसार इस गुडविल कप में 12 देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। वहीं विनय ने केएल-2 वर्ग में दो कांस्य पदक जीतकर यमुनापार का नाम रोशन किया है। इस स्पर्धा में कैनाइंग के लिए वीएल-वर्ग का प्रयोग किया जाता है, जबकि क्याकिंग के लिए केएल-वर्ग का उपयोग किया जाता है। इससे पहले भी विनय ने मार्च में 17वीं राष्ट्रीय पैरा कैनो स्पर्धा में केएल-2 वर्ग में 200 मीटर में कांस्य पदक जीता था। पिछले साल उन्होंने थाईलैंड के पटाया शहर में आयोजित 16वीं विश्व डैªगन बोट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
‘सोनिया विहार वाॅटर स्पोटर््स क्लब’ के अध्यक्ष कुंवर पाल सिंह विनय की जीत बेहद खुश हैं, उनके द्वारा विनय कुमार यह पदक जीतकर अपने इलाके का ही नहीं बल्कि दिल्ली और भारत का नाम पूरे विश्व में रौशन कर दिया है। क्लब के सचिव कौशल कुमार ने विनय को जीत की बधाई देते हुए कहा कि विनय कुमार का अपने खेल के प्रति जोश और जूनून देखते ही बनता है, क्योंकि पिछली विश्व चैंपियनशिप में मेडल प्राप्त किया। इसके लिए उन्होंने बेहद कम संसाधनों में कोच द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने के बावजूद भी ताकतवर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए मास्को के रेगता में कैएल-2 500 मीटर प्रतियोगिता में ब्रांज पदक हासिल किया।
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