शिव को पाने के लिए पार्वती ने की थी कठिन तपस्या, तभी से मनाते हैं तीज : अनिल गुप्ता
कुलवंत कौर, संवाददाता
दक्षिणी दिल्ली। भारत देश को त्योहारों का देश भी माना जाता है।इसमें सभी लोग अपने अपने स्तर से विभिन्न धार्मिक त्यौहार मनाते हैं। आदित्य केयर एंड एजुकेशन सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष,एवम वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गुप्ता कई वर्षो से अपने कार्यालय पुष्प विहार में विभिन्न धार्मिक त्यौहार पर विशेष आयोजन रखते हैं जिसमे आस पास के कई इलाकों से लोग मिलजुल कर आपसी सौहार्द से त्यौहार मनाते हैं।
पुष्प विहार सेक्टर तीन के पार्क में आयोजित हरियाली तीज के त्यौहार में सैकड़ों महिलाओ ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गुप्ता ने आयोजन में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सावन के महीने में चारों और हरियाली ही हरियाली होती हैं,हरियाली तीज का त्यौहार सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया में मनाया जाता है,इसके पीछे भी एक कहानी है जिसमे भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए पार्वती ने कठिन तपस्या की, लम्बे समय की तपस्या के बाद महादेव ने उन्हें अपनाया था, वहीं सुहागिन महिलाएं भी अपनी शादी शुदा जिंदगी उज्ज्वल बनाने,अपने पति की लंबी उम्र की भी कामना करती हैं।सावन में झूलो के झूलने का अलग महत्व है, खास कर हरे भरे पेड़ो पर झूले डाले जाते हैं,महिलाए झूला झूलती हैं कई पारंपरिक तरीके से गीत गाने भी गाती हैं।इस मौके पर महिलाओं को संपूर्ण सुहाग की सामग्री, प्रसाद मे मिष्ठान भी दिए गए वही प्रांगण में चाट पकौड़ी आदि का विशेष प्रबंध किया गया था।
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