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पंथ विरोधी गतिविधियों के कारण सरना भाइयों को पंथ से निष्कासित किया जाए : जगदीप सिंह काहलो

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्रेटरी सरदार जगदीप सिंह काहलो ने कहा है कि कमेटी की ओर से सरना भाइयों के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब के जथेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह को शिकायत देकर मांग की जाएगी कि सरना भाइयों के आरएसएस से संबंधों की जांच करवाई जाए और इनकी पंथ विरोधी गतिविधियों के लिए इन्हें पंथ से निष्कासित किया जाए।

आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार जगदीप सिंह काहलो, जिनके साथ दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के उपाध्यक्ष आत्मा सिंह लुबाना, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली स्टेट के प्रधान एमपीएस चड्ढा और अन्य अधिकारी व सदस्य भी थे, ने कहा कि सरना भाइयों ने कल दिल्ली के निजी होटल में बैठक की थी जिसमें सरदार हरविंदर सिंह सरना ने दावा किया कि 2022 के चुनावों के समय आरएसएस के प्रधान और अधिकारी उनके घर आए थे और कहा था कि पार्टी और संघ दोनों चाहते हैं कि अगले प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना बनें। बेशक, हम उनकी बातों में नहीं आए, इसलिए प्रधान नहीं बने।

उन्होंने कहा कि जो बैठक बुलाई गई थी उसका एजेंडा था कि स्कूलों का सुधार कैसे हो सके। सरदार काहलो ने कहा कि पिछले करीब 22 सालों से 12 साल तक आप दोनों सरना भाई प्रधान रहे और फिर 6 साल मनजीत सिंह जीके प्रधान रहे। उन्होंने कहा कि जो पैसे आप दावा कर रहे हैं कि आप छोड़ कर गए, उसका जवाब आप मनजीत सिंह जीके से मांगें।

उन्होंने कहा कि दो साल कोरोना के कारण गोलक भी बंद थीं, स्कूलों में भी लॉकडाउन के कारण छुट्टियां थीं और फीस नहीं आ रही थी लेकिन इसके बावजूद स्कूलों के स्टाफ को हमने वेतन भी दिया और छठे वेतन आयोग के बकाया भी दिए और अब सातवां वेतन आयोग भी लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली कमेटी दो सालों में 90 करोड़ रुपये दे सकती है तो आप क्यों नहीं बकाया दिया, इस बात का जवाब सरना भाई दें।

उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जीके ने कल की बैठक में कहा है कि सरप्लस स्टाफ के कारण बुरा हाल हो रहा है और उसमें छंटनी होनी चाहिए लेकिन मनजीत सिंह जीके की कमेटी के समय सदस्य गुरलाड सिंह ने याचिका डालकर मांग की थी कि 574 स्टाफ की छंटनी होनी चाहिए लेकिन मनजीत सिंह जीके ने इसे वापस क्यों करवाया था? इसका भी जवाब मनजीत सिंह को संगत को देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है जिसकी जांच होनी चाहिए और सिख संगत को पता लगना चाहिए कि कौन आरएसएस का करीबी है और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि सरना भाई प्रचार कुछ और करते हैं और काम कुछ और ही करते हैं।

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