मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश ने दिल्ली में की निवेशकों के साथ बैठक
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
नई दिल्ली। दिग्गज व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों और इंडस्ट्री के दिग्गजों सहित 40 से ज्यादा देशों ने आंध्रप्रदेश में निवेश के लिए दिल्ली सम्मेलन में हिस्सा लिया। माननीय मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने राज्य में निवेशकों को खुले मन से हर सेक्टर में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 पूरी भव्यता के साथ प्रारंभ हुआ। उन्होंने उन 40 से 40 से अधिक देशों की राजनयिक संस्थाओं के साथ बातचीत की, जिन्होंने देश के प्रमुख व्यावसायिक और निवेश स्थान के रूप में इस संभावनाशील राज्य में निवेश के प्रति रुचि दिखाई। उद्योग के प्रमुख दिग्गजों, अधिकारियों और व्यापारिक निकायों ने सत्र में भाग लिया और उत्कृष्ट निवेश स्थान के रूप में आंध्र प्रदेश में निवेश हेतु रुचि और स्वीकृति प्रकट की।
इंडस्ट्री के दिग्गजों ने राज्य में अपने परिचालन अनुभव की गवाही देते हुए उपस्थित रहे जिनमें, ताई जिन पार्क, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, किआ मोटर्स (दक्षिण कोरिया), यामागुची, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टोरे इंडस्ट्रीज (जापान),दीपक धर्मराजन अय्यर, प्रेसिडेंट, कैडबरी इंडिया (अमेरिका), रोशन गुणवर्धन, निदेशक, एवर्टन टी इंडिया प्रा. लिमिटेड (इटली),सर्जियो ली, निदेशक, अपाचे एंड हिलटॉप ग्रुप (ताइवान), बी संथानम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी - भारत, सेंट गोबेन इंडस्ट्रीज (फ्रांस)।
माननीय मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा, “आप हमारे लिए बहुत मायने रखते हैं। हम यहां आपको आकर्षक प्रदेश में हर संभव मदद का आश्वासन देते हैं,उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार की नीतियों के साथ अपने अनुभव शामिल कर राज्य के विकास आप को भागीदार बनाना चाहते हैं।
माननीय उद्योग और वाणिज्य, बुनियादी ढांचा और निवेश, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, गुडिवाड़ा अमरनाथ ने कहा,निवेशकों को पूरी सुरक्षा की गारंटी देते हुए भारी निवेश के लिए आग्रह करते हुए उनका स्वागत किया। निवेशकों में किआ मोटर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिन पार्क ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को अग्रसर बनाते हुए अपनी कई घोषणाएं की, सेंट गोबेन इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी - भारत, बी संथानम आदि भी मोजूद थे।
मुख्य मंत्री जगन नाथ रेड्डी ने विशाखापत्तनम को आंध्र प्रदेश राज्य के लिए एक विश्व स्तरीय कार्यकारी राजधानी में बदल दिया जाने की भी घोषणा की। एपीआईआईसी भारत सरकार द्वारा जारी एमएसई-सीडीपी योजना के तहत वित्तीय सहायता के माध्यम से औद्योगिक पार्क भी विकसित कर रहा है। वही अन्य घोषित योजनाओ पर युद्धस्तर पर काम हो रहा हैं। आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन (एपीआईआईसी) ने बिजली, पानी, ईटीपी, एसटीपी, सामान्य सुविधाओं, प्लग-एंड-प्ले सुविधाओं आदि जैसी पर्याप्त बुनियादी सुविधाओं के साथ 534 से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया है।
राज्य की लगभग 60% आबादी कृषि और संबंधित कार्य में संलिप्त हैं।तथा तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव हब में से एक है। किआ मोटर्स और इसकी सहायक कंपनियों, इसुजु मोटर्स, हीरो मोटर्स, अशोक लीलैंड, अपोलो टायर्स और भारत फोर्ज सहित कई प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने राज्य की रणनीतिक स्थिति और अनुकूल निवेश माहौल के कारण यहाँ निवेश किया है।
आंध्र प्रदेश में एशिया का सबसे बड़ा "एकीकृत चिकित्सा उपकरण विनिर्माण पार्क - एपी मेड-टेक ज़ोन (एएमटीज़ेड)" भी है, जो विशाखापत्तनम में 270 एकड़ में स्थापित है। राज्य ने अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं, विशेष रूप से जैव-चिकित्सा अपशिष्ट को व्यवस्थित करने और बेहतर बनाने और फार्मा उद्योगों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आंध्र प्रदेश पर्यावरण प्रबंधन कार्पोरेशन लिमिटेड को भी शामिल किया और ड्रग अपिष्ट प्रबंधन को बेहतर व्यवस्था करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
भारत में एमएसएमई का भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 27 प्रतिशत हिस्सा है।वही, आंध्र प्रदेश में एमएसएमई क्षेत्र कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, एक्वा प्रसंस्करण, मोटर वाहन, कपड़ा, खनिज, ग्रेनाइट, चमड़ा, निर्मित सामग्री, निर्माण सामग्री, आदि जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से लगी अधिकांश सूक्ष्म और लघु इकाइयों के साथ विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण करता है।
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