सुरक्षा क्षेत्र में ट्रेंड लोगों की कमी को पूरा कर सकता है निजी सुरक्षा क्षेत्र : जनरल वीके सिंह
बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार
राजधानी दिल्ली। निजी सुरक्षा एजेंसियों को आधुनिकता, टेक्नोलोजी का प्रयोग कर रही है वही, करोड़ो रोजगार भी उपलब्ध करा रही है। पूर्व थल सेना अध्यक्ष और केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल ( सेवानिवृत्त ) वीके सिंह ने कापसी के उद्घाटन के मौके पर कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिनिधि संस्था कापसी सुरक्षा क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों को भर्ती करे, वही निजी सुरक्षा क्षेत्र के प्रशिक्षित लोग पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन तक ट्रेंड सुरक्षाकर्मियों की कमी है। इसे पूरा करने के लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। लेकिन इसके साथ ही यह भी तय करना होगा कि निजी सुरक्षा एजेंसीयां उस मानक को पूरा करती हो। जिसके आधार पर निजी सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा का दायित्व दिया जा सके। देश भर की निजी सुरक्षा एजेंसियों के इस सम्मेलन की अध्यक्षता कापसी के चेयरमैन कुंवर विक्रम सिंह ने की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली भी उपस्थित थे ।
जनरल वीके सिंह ने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों को नजरअंदाज करना आज के समय में मुश्किल है। इसकी वजह यह है कि आवासीय परिसर से लेकर औद्योगिक स्थानों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर निजी सुरक्षा एजेंसी ही सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
जनरल वीके सिंह ने टकीला का उदाहरण देते हुए कहा कि मेक्सिको में इसे केवल एक देसी ठर्रा के तौर पर जाना जाता था। लेकिन इसके उपरांत वहां की सरकार ने एक मान्यता बोर्ड बनाया, जिसके बाद टकीला में वह सभी बेहतरीनता शामिल की गई। जिसके आधार पर आज यह दुनिया भर में एक बेहतरीन वाइन के रूप में पहचान रखती है। बात जारी रखते हुए कहा की सुरक्षा के क्षेत्र में अब फिजिकल या व्यक्तिगत सुरक्षा का दौर धीरे-धीरे बदल रहा है। इस क्षेत्र में तकनीक अपना आधार बनाती जा रही है। ऐसे में तकनीक आधारित सुरक्षा की दिशा में बढ़ना होगा।
कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कापसी के चेयरमैन कुंवर विक्रम सिंह ने कहा कि उनकी एसोसिएशन आई एस ओ स्टैंडर्ड की तैयार कर रही है। जिससे प्राइवेट सिक्योरिटी सुरक्षा से जुड़े लोगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी के अवसर आसानी से हासिल हो पाए। उन्होंने कहा कि भारतीय निजी सुरक्षा एजेंसी अपने आपको आईएसओ मानक के अनुरूप भी तैयार कर रही हैं। जिससे वैश्विक अवश्यकताओं के अनुसार वह अपना कार्य अंजाम दे पाए। उन्होंने निजी सुरक्षा एजेंसियों में अग्निवीरो को नौकरी देने के संबंध में कहा कि उन्हें विशेष तरह की ट्रेनिंग के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे उन्हें निजी सुरक्षा क्षेत्र में बेहतर अवसर हासिल हो पाए.
उन्होंने कहा कि निजी सुरक्षा क्षेत्र करीब एक करोड़ लोगों को नौकरी के अवसर उपलब्ध करा रहा है। यह रोजगार देने वाला प्रमुख क्षेत्र है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसीज रेगुलेशन एक्ट में संशोधन किया जाए। इसके अलावा उन्होंने इस क्षेत्र के लिए एक नियामक प्राधिकरण बनाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में एफडीआई निवेश की सीमा 49% से बढ़ाकर 74% की जाए। जिससे इस क्षेत्र में को तेजी से विकसित करने में सहायता हासिल हो।
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