शीत ऋतु में आयुर्वेदानुसार...

"शीत ऋतु में आयुर्वेदानुसार आहार विहार" विषय पर मार्गदर्शन*

कुलवंत कौर, संवाददाता 

नई दिल्ली। संतकृपा प्रतिष्ठान द्वारा समय समय पर विभिन्न समाजोपयोगी कार्य किए जाते हैं जैसे नैतिक मूल्यों पर विद्यार्थियों के लिए प्रवचन, व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यशाला, वृक्षारोपण, दीन लोगों को अन्न दान, दीन लोगों को कपडों का वितरण इत्यादि इसी क्रम में संस्था द्वारा मथुरा के श्री राधा माधव इंटर कॉलेज में  "शीत ऋतु में आयुर्वेदानुसार आहार विहार " विषय पर मार्गदर्शन किया गया। 

इस विषय पर आयुर्वेदाचार्या श्रीमती पूनम शर्मा जी ने उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि शीत ऋतु में किस प्रकार से हमारा खान पान तथा आहार विहार होना चाहिए, उन्होंने आगे बताया कि शीतकाल में वायु रोगों से बचने के लिए अभ्यंग स्नान करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ज्यादा रूखे आहार ग्रहण नहीं करने चाहिए। स्निग्ध आहार कर सेवन करना चाहिए, ज्यादा ठन्डे पदार्थ ग्रहण नहीं करने चाहिए, घी का सेवन अग्नि के अनुसार करना चाहिए, पित्त के विकार वाले लोगों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा भूख लगने पर ही भोजन करना चाहिए। इस प्रकार विभिन्न प्रकार के निरोगी रहने के सूत्र बताए। 

इस मार्गदर्शन का लाभ 31 अध्यापकों ने लिया। अंत में जिज्ञासुओं का प्रश्न उत्तर के माध्यम से उत्स्फूर्त प्रतिसाद रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री कैलाश चंद शर्मा ने विषय की प्रशंसा की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमारे कॉलेज में प्रत्येक माह नियमित रूप से करते रहे ।

साभार 

कु. कृतिका खत्री, सनातन संस्था, दिल्ली

*संपर्क* - 99902 27769

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