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दिल्ली के उपराज्यपाल ने पच्चीस हजार व्यक्तियों के लिए कौशल उन्नयन कार्यक्रम का शुभारंभ किया : एनडीएमसी 

बंसी लाल, वरिष्ठ पत्रकार 

नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल - श्री विनय कुमार सक्सेना ने आज कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई), भारत सरकार के सहयोग से 25000 व्यक्तियों के लिए एक कौशल उन्नयन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम भारत के राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के माध्यम से, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र, नई दिल्ली चलाया जाएगा ।

भारत में कौशल विकास पर माननीय प्रधानमंत्री जी के दृष्टिकोण का हवाला देते हुए, दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि कच्ची नौकरी के आज के माहौल में हुनरमंद लोगों की प्रासंगिकता बढ़ाने के लिए कारीगरों और श्रमिकों में कौशल विकास की तुरन्त आवश्यकता है । और इससे जुड़े सभी हितधारकों को चाहिए इस मिशन को पूरा करने के लिए एकजुट होकर आगे आएं। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते हमेशा समाज के विभिन्न तबकों के लोगों के लिए रोजीरोटी वाली जगह रही है और इसमें एनडीएमसी श्रमिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में काम करने वालों में से एक रही है। 

उपराज्यपाल जी ने विश्वास व्यक्त किया कि यह कौशल विकास का आरपीएल कार्यक्रम युवाओं की प्रतिभा को पहचानेगा, उनके कौशल को और निखारेगा और उन्हें वह सम्मान देगा, जिसके वे हकदार हैं। एलजी दिल्ली ने को उम्मीद जाहिर की है कि यह कार्यक्रम 75000 व्यक्तियों के कौशल को पहचानने और भारत सरकार से उसकी मान्यता दिलाने में मदद करेगा। इससे न केवल कारीगरों और हुनरमंद लोगों की दक्षता और उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी। एक ही नौकरी की भूमिका में अपनी रोजीरोटी कमाने में शामिल लाभार्थी अपने कौशल को उन्नत करने के लिए विशेष ज्ञान प्राप्त करने में इस कार्यक्रम से सक्षम होंगे। 

माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई यह प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) की दृष्टि और उद्देश्य के अनुरूप उपराज्यपाल जी के निर्देशों के अनुसार यह योजना शुरू की गई है । यह पहल दिल्ली में कौशल विकास को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देना चाहती है। कौशल प्रमाणन / मान्यता के लिए युवाओं को नगद पुरस्कार प्रदान करके कौशल प्रशिक्षण और उसे प्रोत्साहित करना इसका उद्देश्य है । समग्र विचार , आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय के लिए,  योजनाओं की तैयारी के संबंध में परिषद के अनिवार्य कार्य को बढ़ावा देने के लिए उद्योग और नागरिक की रोजगार क्षमता दोनों को बढ़ावा देना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। 

माननीय उपराज्यपाल जी की इच्छा है कि भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर, एनडीएमसी भौगोलिक क्षेत्राधिकार में लड़कियों और महिलाओं सहित व्यक्तियों के लिए अप स्किलिंग कार्यक्रम में 75000 लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाए । उन्होंने उनके कौशल को पहचानने और भारत सरकार से प्रमाणन  / मान्यता के लिए निर्देश दिया था। इसी को पूरा करते हुए एनडीएमसी ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सहयोग से पहले चरण में 25000 व्यक्तियों के कौशल विकास का यह कार्यक्रम चालू करने का निर्णय लिया। 

भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने " संकल्प योजना " के तहत एनडीएमसी क्षेत्र में 25000 व्यक्तियों को पहले चरण में कौशल विकास के लिए 1,50,00,000/- रु अनुमोदित किए है और शेष राशि का योगदान पालिका परिषद द्वारा किया जाएगा। इस परियोजना को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के तहत सेक्टर स्किल काउंसिल (SSC) के माध्यम से लागू किया जाएगा। एसएससी ने प्रशिक्षण प्रदाताओं (TP) को सूचीबद्ध किया है, जिसके माध्यम से परियोजना को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा। 

इस योजना में गुणात्मक और मात्रात्मक परिणाम सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) परियोजना की कार्यान्वयन और निगरानी एजेंसी होगी। रिकग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (RPL) को कैंप मोड में लागू किया जाएगा। उम्मीदवारों को एसएससी द्वारा पैनलबद्ध प्रशिक्षण प्रदाताओं द्वारा चुना जाएगा। 50% उम्मीदवारों को 12 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा और 50% उम्मीदवारों को 48 घंटे का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। 

इससे पहले एनडीएमसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने स्मार्ट सिटी को कुशल बनाने के लिए एनडीएमसी की पहल का समर्थन करने के लिए 6 मार्च, 2017 को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। नई दिल्ली में मंदिर मार्ग पर स्थित प्रधानमंत्री कौशल केंद्र और धर्म मार्ग पर स्थित एक विशेष प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केंद्र स्थापित किए गए , जहां स्वास्थ्य क्षेत्र और सौर क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान  करने के लिए कार्यक्रम चलाए गए ।

इन केंद्रों पर 5028 छात्रों का नामांकन और मूल्यांकन किया गया,  जिनमे से 3821 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं और लगभग 70% को सफलतापूर्वक रोजगार प्राप्त अब तक हुआ है। इस अवसर पर पालिका परिषद के अध्यक्ष- श्री अश्विनी कुमार, उपाध्यक्ष - श्री सतीश उपाध्याय, पालिका परिषद की सदस्य, श्रीमती विशाखा सैलानी, सचिव श्री विक्रम सिंह मलिक और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। 

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