रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह...

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरूणाचाल प्रदेश में 'मैत्री दिवस' समारोह में हुए शामिल 



नई दिल्ली 


           रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरूणाचल प्रदेश के तवांग में 11वें मैत्री दिवस समारोह को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने कहा कि अरूणाचल गलियारा भारत और दक्षिण एशिया के बीच भूमि सेतु के रूप में काम करेगा। यह गलियारा रोजगार अवसरों का सृजन करेगा और व्‍यापार तथा पर्यटन को बढ़ावा देगा। राजनाथ सिंह ने एक्‍ट ईस्‍ट नी‍ति के अंतर्गत पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के विकास पर सरकार की प्राथमिकता की चर्चा करते हुए कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में चौतरफा विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि नए भारत का मार्ग नए पूर्वोत्‍तर से होकर गुजरता है।


सीमा क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार के प्रति सरकार के संकल्‍प की चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा है कि इस दिशा में लिए गए निर्णयों में सेला दर्रा से तवांग तक सुरंग निर्माण, पासीघाट हवाई अड्डे को चालू करना, ईटानगर के निकट होलोंगी हवाई अड्डा स्‍थापना की मंजूरी और क्षेत्र में तीन रणनीतिक रेल लाइनों की स्‍थापना के लिए कार्य शामिल हैं। उन्‍होंने कहा कि इन परियोजनाओं से स्‍थानीय लोगों को सभी मौसम में कनेक्टिविटी मिलेगी, सशस्‍त्र बलों की आवाजाही में मदद मिलेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। 


रक्षा मंत्री ने सीमावर्ती राज्‍य के युवाओं से सशस्‍त्र सेनाओं में शामिल होने का आग्रह किया। उन्‍होंने कहा कि अरूणाचाल प्रदेश के लोग अपनी देशभक्ति के लिए जाने जाते हैं। उन्‍होंने कहा कि मंत्रालय तवांग सहित अरूणाचल प्रदेश के अन्‍य भागों में सेना भर्ती केन्‍द्र स्‍थापित करने का काम करेगा।


श्री राजनाथ सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ईटानगर में सेना संपर्क सेल बनाने पर विचार कर रही है ताकि अरूणाचल प्रदेश में संचालन उद्देश्‍यों के लिए सेना के साथ सहयोग में सहायता हो सके। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्‍य अतिथि थे और सम्‍मेलन का उद्घाटन संयुक्‍त रूप से अरूणाचल प्रदेश की मुख्‍यमंत्री पेमा खांडू तथा पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तवांग युद्ध स्‍मारक गए और 1962 के युद्ध में सर्वोच्‍च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।   


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